नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र चौथे दिन आज कांग्रेस द्वारा संसद न चलने देने के खिलाफ भाजपा सहित एनडीए के सभी सांसद संसद भवन परिसर स्थित गांधी प्रतिमा के सामने धरने पर बैठ गए। सत्तापक्ष के सांसद नारे लगा रहे हैं, ‘संसद चलाओ, देश बचाओ।’ इसके साथ ही सांसद उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में कथित भ्रष्टाचार को लेकर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। दोनों राज्यों में कांग्रेेस की सरकार है। मालूम हो कि भाजपा ने उत्तराखंड में शराब लाइसेंस के लिए नियम बदलने और हिमाचल में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा एक कंपनी को लाभ पहुंचाने के लिए छह करोड़ रुपये घूस लेने का आरोप लगाया है।
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही एक बार फिर विपक्षी सांसद सदन में जोर-जोर से हंगामा और नारेबाजी करने लगे। प्रत्युत्तर में सत्ता पक्ष के सांसदों ने भी नारे लगाए। इसके बाद स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी। उधर, राज्यसभा में भी आज हंगामा हुआ। सभापति ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। गौरतलब है कि विपक्ष लगातार व्यापमं और ललितगेट के लेकर सुषमा स्वराज, वसुंधरा राजे और शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की मांग को लेकर हंगामा कर रहा है, जिसके चलते पिछले तीन दिनों से सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ रही है।
दूसरी ओर संसद में जारी गतिरोध में सरकार के अहम बिल अटके हुए हैं। खासतौर पर भूमि अधिग्रहण संशोधन पर सबकी नजर टिकी है। बताया जा रहा है कि इसके लिए सरकार कुछ कदम पीछे खींच रही है। इसके तहत वह कुछ संशोधनों के लिए राज्यों को अधिकार दे सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भी अपने वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बैठक की और विपक्ष को लेकर रणनीति नए सिरे से चर्चा की। इस बैठक में राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, सुषमा स्वराज, वेेंकैया नायडू आदि शामिल हुए।