सिंगापुर, एशियायी बाजारों में कच्चे तेल के दाम आज और भी नीचे चले गये। विश्लेषकों के अनुसार चीन की अर्थव्यवस्था का संकट गहराने की चिंता और आपूर्ति अधिक होने से अमेरिकी तेल का भाव 40 डालर प्रति बैरल से भी नीचे चला गया।
सुबह देश के सौदों में अमेरिका का मानक तेल वेस्ट टेक्सस इंटरमीडियएट :डब्ल्यूटीआई:, अक्तूबर डिलीवरी, 1.04 डालर गिर कर 39.41 डालर प्रति बैरल के भाव बोला जा रहा था। बेंट्र क्रूड, अक्तूबर डिलीवरी 91 सेंट नीचे खिसक कर 44.55 डालर प्रति बैरल पर आ गया।
ईवाई के एशिया प्रशांत तल एवं गैस बाजार के सलाहकार संजीव गुप्ता ने कहा, ‘चीन के विनिर्माण क्षेत्र के ताजा आंकड़े हल्के होने तथा साप्ताहिक रिग काउंट :खुदाई मशीनों की सक्रियता के आंकड़ों: में वृद्धि बने रहने से तेल वायदा बाजार के अनुबंधों की बिकवाली में अचानक अधिक तेजी आ गयी थी।’ चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और वह तेल गैस का सबसे बड़ा आयातक भी है। उसके विनिर्माण क्षेत्र के आंकड़ों में नरमी से बाजार की चिंता बढ गयी है। चीन की मुद्रा यूआन के अवमूल्यन से बाजार पहले ही चिंतित है। इसके साथ ही कच्चे तेल की बाजार में इस समय मांग कमजोर है जबकि साप्ताहिक उत्पादन का स्तर उंचा है।