श्रीनगर, पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार सरताज अजीज के साथ दिल्ली में प्रस्तावित बैठक से पहले गुरुवार को नजरबंद किए गए कश्मीर के अलगाववादी नेताओं को छोड़ दिया गया है। जानकारी के अनुसार, श्रीनगर में में अलगाववादी नेताओं की नजरबंदी खत्‍म कर दी गई है। वहीं, हिरासत में लिए गए जेकेएलएफ के नेता यासीन मलिक को भी छोड़ दिया गया है। इन अलगाववादी नेताओं पर कार्रवाई के बाद तकरीबन एक घंटे में उन्‍हें छोड़ने का फैसला कर लिया गया। गौर हो कि जम्‍मू कश्‍मीर के पूर्व मुख्‍यमंत्री उमर अब्‍दुल्‍ला ने आज अलगाववादी नेताओं की नजरबंदी को लेकर सवाल उठाए थे।
गौर हो कि पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार सरताज अजीज के साथ दिल्ली में प्रस्तावित बैठक से पहले कश्मीर के अलगाववादी नेताओं को आज नजरबंद कर दिया गया। इन नेताओं में मीरवाइज उमर फारूक और अब्बास अंसारी भी शामिल थे। पुलिस और हुर्रियत के सूत्रों ने बताया कि हुर्रियत के कट्टरपंथी नेता सैयद अली शाह गिलानी पहले से ही नजरबंद हैं। ऐसी ही रोक उदारवादी धड़े के प्रमुख मीरवाइज उमर फारूक और अब्बास अंसारी पर लगाई गई। उमर फारूक निगीन में और अंसारी नवाकदल में रहते हैं।
पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार सरताज अजीज के साथ दिल्ली में प्रस्तावित बैठक से पहले कश्मीर के अलगाववादी नेताओं को आज नजरबंद कर दिया गया था। इन नेताओं में मीरवाइज उमर फारूक और अब्बास अंसारी शामिल थे। पुलिस और हुर्रियत के सूत्रों ने बताया कि हुर्रियत के कट्टरपंथी नेता सैयद अली शाह गिलानी पहले से ही नजरबंद थे। ऐसी ही रोक उदारवादी धड़े के प्रमुख मीरवाइज उमर फारूक और अब्बास अंसारी पर लगाई गई। उमर फारूक निगीन में और अंसारी नवाकदल में रहते हैं। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि हुर्रियत के कट्टरपंथी गुट के प्रवक्ता अयाज अकबर को एचएमटी इलाके में नजरबंद कर दिया गया और गिलानी के हैदरपोरा स्थित आवास के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उन्होंने कहा कि अलगाववादी गुट की दूसरी पंक्ति के नेताओं को हिरासत में लेने के लिए छापेमारी जारी है।
पाकिस्तान के दिल्ली स्थित उच्चायोग ने 24 अगस्त को अजीज के साथ बैठक के लिए गिलानी को आमंत्रित किया था। अजीज भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के साथ वार्ता करने के लिए तब राष्ट्रीय राजधानी में मौजूद होंगे। नयी दिल्ली में पाकिस्तानी अधिकारी के आगमन पर 23 अगस्त को उच्चायोग द्वारा दी जा रही दावत में नरमपंथी अलगाववादी नेताओं को भी बुलाया गया है। पिछले साल अगस्त में इस्लामाबाद में बैठक से पहले पाकिस्तान के राजनयिक द्वारा अलगाववादी नेताओं को चर्चा के लिए आमंत्रित किए जाने के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ विदेश सचिव स्तर की वार्ताएं रद्द कर दी थीं।