पटना: सितंबर-अक्टूबर में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सीट शेयरिंग को लेकर एनडीए में घमासान तेज हो गया है. एनडीए के प्रमुख घटक दल रालोसपा और लोजपा ने भाजपा के शीर्ष नेताओं से सीटों के बंटवारे पर एक सप्ताह के भीतर फैसला करने की मांग की है. साथ दोनों दलों के नेताओं ने कहा कि भाजपा को ऐसे बयान से बचना चाहिए जिससे हमारे कार्यकर्ताओं को दुख पहुंचता हो. गौर हो कि बीते दिनों महागंठबंधन की ओर से सीटों के बंटवारें का एलान कर दिये जाने के बाद से एनडीए के घटक दल भाजपा पर लगातार दबाव बनाये हुए है. इसी कड़ी में हाल ही में लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष एवं पार्टी सांसद चिराग पासवान ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात कर सीट शेयरिंग पर जल्द फैसला करने का आग्रह किया था.
दोनों दलों ने सोमवार को संयुक्त प्रेस वार्ता कर एनडीए के मतभेद को सार्वजनिक कर दिया. दोनों पार्टियों ने भाजपा नेताओं को एक सप्ताह में सीट निर्धारण करने का समय दिया है. दोनों पार्टियों की संयुक्त प्रेस वार्ता में भाजपा के स्लोगन पर भी नाराजगी जताई गयी. पार्टी नेताओं ने कहा कि भाजपा के नेता अबकी बार भाजपा सरकार का स्लोगन चला रहे हैं, जबकि सरकार एनडीए की बनने वाली है. हालांकि सभी पार्टियों ने भाजपा उम्मीदवार को मुख्यमंत्री की कुर्सी देने पर सहमति जता दी है, फिर भी यह स्लोगन ठीक नहीं है.
लोजपा नेता पशुपति पारस ने कहा कि भाजपा गठबंधन में बड़े भाई की भूमिका में है. भाजपा को एक सप्ताह के अंदर सभी सीटों का बंटवारा कर देना चाहिये. सीट बंटवारे में देर करना ठीक नहीं है. पारस ने भाजपा पर आरोप लगाया कि विधान परिषद के चुनाव में लोजपा के हाजीपुर के प्रत्याशी को भाजपा के नेताओं ने हराने का काम किया था. रालोसपा नेता अरु ण कुमार ने कहा कि भाजपा के कई नेता बेहद आक्रामक बयान दे रहे हैं. वे लोग हमारे खिलाफ भी बोलते हैं, ऐसा नहीं होना चाहिये. प्रेसवार्ता में लोजपा सांसद रामचंद्र पासवान, रालोसपा के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष ललन पासवान, ललन चंद्रवंशी, प्रो. मोहम्मद सरफराज खान मौजूद रहें.