केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राजकोषीय समेकन की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि सरकारों के कुशल व्यय प्रबंधन में नाकाम रहने पर यूनान जैसी स्थिति पैदा हो सकती है। जेटली ने कहा कि राजकोष, सरकार का धन आखिरकार जनता का धन है और यह धन पावन है। पावन इस वजह से है कि सरकारों को अपने साधनों के दायरे में रहने का अनुशासन सीखना होगा।
राजकोषीय समेकन की जरूरत पर जोर देते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि सरकारों के कुशल व्यय प्रबंधन में नाकाम रहने पर यूनान जैसी स्थिति पैदा हों सकती है। वित्त मंत्री ने कहा कि एक-दूसरे से जुड़ी इस दुनिया में यदि सरकारें अपने साधनों के दायरे में नहीं रह सकीं तो इसके बहुत सारे प्रतिकूल परिणाम हो सकते हैं। मंत्री ने कहा कि राजकोषीय अनुशासन पर कायम रहने और राजकोषीय समेकन का पालन करने का एक ही रास्ता है कि  या तो आप ज्यादा कमाएं या कम खर्च करें।